रुस को अलग-थलग करने के लिए तमाम देश उस पर कई कड़े प्रतिबंध लगा रहे हैं, जिससे वह कई मोर्चे पर दुनिया से अचानक कट गया है। बैंक क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसकी क्षमताएं कम हो गई हैं। प्रमुख अंतरराष्ट्रीय खेलों में उसकी भागीदारी चरमरा रही है। यूरोप में उसके विमानों पर रोक लगा दी गई है। उसकी ‘वोदका’ (एक तरह की शराब) का अमेरिकी राज्यों ने आयात बंद कर दिया है। दुनिया भर में वोदका का नशा अब कम हो रहा है।
स्विट्जरलैंड, जो अपनी तटस्थता के लिए पहचाना जाता है वह भी रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुंह मोड़ रहा है। केवल तीन दिन में, रूस का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रबल तरीके से बहिष्कार किया गया है और उसके नेता के विदेशी मित्र भी लगातार कम होते नजर आ रहे हैं। रूस के खिलाफ कार्रवाई विविध और दूरगामी तरीकों से हो रही है, जो उल्लेखनीय हैं और इससे काफी हद तक दुनिया ने जुड़े होने के संकेत भी दिए हैं।
मैकलेस्टर कालेज में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर और एक भू-राजनीति विशेषज्ञ एंड्रयू लैथम ने कहा, ‘स्थिति कुछ इस तरह से बदली है, जिसकी तीन-चार दिन पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी। यह सब देखना वास्तव में बेहद अजीब है।’ केवल पिछले तीन दिन में कई बड़े कदम उठाए गए हैं। कई देशों की सरकारों से लेकर कई गठबंधनों, संगठनों आदि ने रूस पर कई प्रतिबंध लगाए हैं।
यूरोपीय देशों ने, विशेष रूप से इस मुद्दे पर एकजुट होकर, अपने हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों पर रोक लगा दी है। स्विफ्ट अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली ने सप्ताहांत में प्रमुख रूसी बैंकों को प्रतिबंधित कर दिया था, जो कि रूस के लिए एक बड़ा झटका है। यह दुनिया भर के 11,000 से अधिक बैंकों और अन्य संस्थानों के लिए अरबों डालर के लेन-देन में सक्षम है। वहीं, जर्मनी, फ्रांस, ब्रिटेन, इटली, जापान, यूरोपीय संघ और अन्य देश अमेरिका के साथ मिल कर प्रतिबंधों के जरिए रूस के केंद्रीय बैंक को निशाना बना रहे हैं।
खेलों की बात करें तो, विश्व एवं यूरोपीय निकायों ने 2022 विश्व कप के ‘क्वलीफाइंग’ मैच सहित सभी अंतरराष्ट्रीय फÞुटबाल प्रतियोगिताओं से रूसी टीम को निलंबित कर दिया। इससे पहले, अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने खेल संगठनों से रूसी एथलीटों और अधिकारियों को अंतरराष्ट्रीय आयोजनों से बाहर करने का आह्वान किया था। अंतरराष्ट्रीय आइस हाकी महासंघ और राष्ट्रीय हाकी लीग ने भी रूस के खिलाफ कई प्रतिबंध लगाए हैं।
रूस को अलग-थलग करने की रणनीति, कई देशों ने राष्ट्रपति पुतिन से मुंह मोड़ा
यूरोपीय देशों ने, विशेष रूप से इस मुद्दे पर एकजुट होकर, अपने हवाई क्षेत्र में रूसी विमानों पर रोक लगा दी है। स्विफ्ट अंतरराष्ट्रीय वित्तीय प्रणाली ने सप्ताहांत में प्रमुख रूसी बैंकों को प्रतिबंधित कर दिया था जो कि रूस के लिए एक बड़ा झटका है। केवल तीन दिन में रूस का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रबल तरीके से बहिष्कार किया गया है और उसके नेता के विदेशी मित्र भी लगातार कम होते नजर आ रहे हैं।
रूस के खिलाफ कार्रवाई विविध और दूरगामी तरीकों से हो रही है, जो उल्लेखनीय हैं। इससे काफी हद तक दुनिया ने जुड़े होने के संकेत भी दिए हैं।मैकलेस्टर कालेज में अंतरराष्ट्रीय संबंधों के प्रोफेसर और एक भू-राजनीति विशेषज्ञ एंड्रयू लैथम ने कहा, ‘स्थिति कुछ इस तरह से बदली है, जिसकी तीन-चार दिन पहले किसी ने कल्पना भी नहीं की थी।’
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