संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के ऊर्जा मंत्री ने सोमवार को तेल की कीमतों को संभालने के लिए ओपेक के रूस के साथ गठबंधन का समर्थन किया। रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध की वजह से तेल की कीमतों में उछाल आया है और इसकी वजह से बाजार को झटका लगा है तथा उपभोक्ता बाजार में कीमतों में वृद्धि हो रही है।
यूएई के ऊर्जा मंत्री सुहैल अल मजरोई ने कहा कि रूस रोजाना एक करोड़ बैरल का तेल उत्पादन करता है और वह वैश्विक ओपेक प्लस ऊर्जा गठबंधन का अहम सदस्य है। उन्होंने कहा, ‘राजनीति को अलग रख दें तो इस तेल की आज जरूरत है। जब तक कोई एक करोड़ बैरल तेल उत्पादन का इच्छुक नहीं होता, हमें नहीं लगता कि रूस का विकल्प हो सकता है।’ सऊदी अरब और रूस के नेतृत्व वाले इस गठबंधन के पास उत्पादन बढ़ाकर तेल की कीमतों में कमी लाने की क्षमता है जो बढ़कर 100 डालर प्रति बैरल तक पहुंच गई है।
अमेरिका, यूरोपीय देश, जापान और अन्य देश खाड़ी के अरब देशों से तेल उत्पादन बढ़ाने की मांग कर रहे हैं ताकि इनकी कीमतों में कमी लाई जा सके। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जानसन ने इस मुद्दे पर चर्चा के लिए इस महीने के शुरुआत में सऊदी अरब, यूएई की यात्रा की थी। अल मजरोई ने बताया कि ओपेक प्लस गठबंधन एक है और बना रहेगा।
उन्होंने एकतरफा तरीके से यूएई द्वारा तेल उत्पादन बढ़ाने के सुझाव को लागू करने से भी एक तरह से मना कर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम एक साथ हैं। और राजनीति को इस संगठन में आने की अनुमति नहीं देंगे। हम हमेशा से मानते हैं जब उत्पादन का सवाल आएगा तो भी हम देश के तौर पर जो भी करेंगे, उस कार्य को हमेशा राजनीति से बाहर रखना होगा।’
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