प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार में केंद्रीय कैबिनेट से निकाले जाने पर तृणमूल कांग्रेस में शामिल होने वाले बाबुल सुप्रियो ने कहा है कि भाजपा नफरत की राजनीति करती है, इसलिए उन्होंने यह पार्टी छोड़ दी थी।
दरअसल, बाबुल दल बदलने को लेकर कई बार सोशल मीडिया पर लोगों के निशाने आ चुके हैं। शुक्रवार (18 मार्च, 2022) को उन्होंने ट्वीट कर कहा, ”मैंने पार्टी छोड़ने का फैसला नफरत और विभाजनकारी राजनीति (भाजपा में) किए जाने के कारण लिया था। मैं इस तरह की राजनीति से और जुड़ा नहीं रह सकता था।”
उनके मुताबिक, ” आसनसोल के लोग जानते हैं कि मैंने कभी भी बंगाल में सांप्रदायिक और संकीर्ण मानसिकता वाली 70:30 या 80:20 जैसी राजनीति का सहारा नहीं लिया और ना ही कभी ऐसा करूंगा।”
सुप्रियो पश्चिम बंगाल की बालीगंज विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए तृणमूल कांग्रेस के उम्मीदवार हैं। केंद्र में मंत्रिपद से हटाए जाने के कुछ ही दिन बाद सुप्रियो ने भाजपा छोड़ दी थी। वह बीते सितंबर में भाजपा छोड़कर ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली टीएमसी में आ गए थे।
वामपंथी खेमे ने आरोप लगाया था कि साल 2018 में पश्चिम बर्द्धमान जिले के आसनसोल क्षेत्र में हुए दंगों के बाद तत्कालीन केंद्रीय मंत्री सुप्रियो ने धार्मिक भावनाओं को भड़काया था।
आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में भाजपा ने शत्रुघ्न के खिलाफ अग्निमित्रा को उताराः इस बीच, भाजपा ने पश्चिम बंगाल में आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में तृणमूल कांग्रेस प्रत्याशी शत्रुघ्न सिन्हा के खिलाफ विधायक अग्निमित्रा पाल को उतारा है। वहीं, कोलकाता की बालीगंज विधानसभा सीट पर उपचुनाव में भाजपा ने पार्टी की महिला मोर्चे की नेता केया घोष को उम्मीदवार बनाया है। इस सीट पर तृणमूल कांग्रेस ने पूर्व केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को प्रत्याशी घोषित किया है।
भाजपा की पश्चिम बंगाल इकाई के प्रवक्ता सामिक भट्टाचार्य ने पीटीआई-भाषा को बताया कि पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने दिल्ली में उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया। दोनों सीटों पर उपचुनाव 12 अप्रैल को होगा तथा मतों की गिनती 16 अप्रैल को की जाएगी।
from National News in Hindi, Latest India’s News in Hindi, Hindi National News, नेशनल न्यूज़ - Jansatta | Jansatta https://ift.tt/5wLG0PQ
No comments:
Post a Comment