केंद्रीय सड़क, राजमार्ग एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने सांसदों से आग्रह किया है कि वे लोगों को जागरूक करें, उन्हें शिक्षित बनाएं और सड़कों पर सुरक्षा बनाए रखने के लिए कुछ जरूरी उपायों का पालन करें। लोकसभा में ‘वर्ष 2022-23 के लिए सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के अंतर्गत अनुदानों की मांगों’ पर चर्चा का जवाब देते हुए गडकरी ने कुछ रहस्यों पर से पर्दा उठाया। उन्होंने बताया कि एक सहयोगी मंत्री ने उन्हें बताया था कि उनकी गाड़ी के ड्राइवर की केवल एक आंख में रोशनी है। ऐसा लंबे वक्त से है। एक अन्य रहस्य को खोलते हुए उन्होंने कहा कि एक मुख्यमंत्री ने उन्हें बताया था कि उनकी गाड़ी के ड्राइवर को बिल्कुल नहीं दिखता। वह पूरी तरह से नेत्रहीन है और आवाज सुनकर ड्राइव करता है।
केंद्रीय मंत्री ने सांसदों से कहा कि वे सड़क पर सुरक्षा सुनिश्चित करने और लोगों की जिंदगी की रक्षा करने के लिए अपने ड्राइवरों से कहें कि वे समय-समय पर अपनी आंखों की जांच कराएं। उन्होंने यह भी कहा कि वे खुद और अपने स्टाफ को भी देखें कि कोई भी ‘आसान रास्ते’ से ड्राइविंग लाइसेंस न लें।
नितिन गडकरी ने कहा कि आत्मनिर्भर, सुखी, समृद्ध और संपन्न भारत बनाना मोदी सरकार का संकल्प है और इसे पूरा करने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘ वर्ष 2024 तक भारत का सड़क आधारभूत ढांचा अमेरिका के बराबर हो जाएगा, जिससे विकास एवं आर्थिक वृद्धि होगी तथा पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।’’ मंत्री ने कहा कि सांसदों के सुझाव मानते हुए स्थानीय लोगों के क्षेत्र में टोल से निकलने के लिए आधार कार्ड पर आधारित पास बनाएंगे।
कहा कि प्रौद्योगिकी में तेजी से हो रहे बदलाव और हरित ईंधन के चलते इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की कीमत में कमी आएगी तथा अगले दो साल में इनकी कीमत पेट्रोल-डीजल से चलने वाले वाहनों के बराबर होगी।
सड़क आधारभूत ढांचे के विकास कार्यो का जिक्र करते हुए गडकरी ने कहा कि सरकार कई अन्य परियोजनाओं पर काम कर रही है जिससे दिल्ली से जयपुर, हरिद्वार और देहरादून दो घंटे में पहुंचा जा सकेगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दिल्ली से अमृतसर 4 घंटे में, चेन्नई से बेंगलूर दो घंटे में और दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में पहुंचने के लक्ष्य संबंधी परियोजनाओं को इस साल के अंत तक पूरा किये जाने की उम्मीद है।
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